एक लड़की का आत्म-अनुभव, जिसने उसे बदल दिया...
शारीरिक आत्मविश्वास शरीर को सुन्दर बनाने की कोशिश से नहीं आता है, बल्कि आपका शरीर जैसा भी हो उसे स्वीकार करने, उसे प्यार करने और गले लगाने से आता है।
मुझे याद है, 2007 में जब मुझे स्लिप डिस्क के कारण लगभग एक महीने तक बिस्तर पर रहना पड़ा था, मैंने इस दौरान अपने शरीर की खूबसूरती को समझा और इसकी सराहना करना सीखा। मैंने महसूस किया कि मुझे अपने शरीर को टुकड़ों में आराम देने की बजाय संपूर्ण आराम देना ज्यादा ज़रूरी है।
ये वो समय था, जब मैंने अपने लिए कुछ चीजें करनी शुरू कीं। मैं स्पा में शरीर और सर की मालिश के साथ पेडीक्योर करवाने के लिये गयी और इन सभी से मैंने अपने शरीर की सुंदरता को समझा और इसकी सराहना करने लगी। मैं ऐसा भोजन लेने लगी, जिससे मेरा मन अच्छा रहे और शरीर हल्का महसूस करे। मैं आगे बढ़ कर वो सब कुछ करने लगी जो कुछ भी मुझे अच्छा लगे और ऐसा करना अपने शरीर के प्रति मेरे संबंधों के नए अध्याय की शुरुआत थी, वास्तव में यह अद्भुत अनुभव था।
जब भी मैं किसी को अपनी तरफ देखते हुए पाती हूं, मैं उनकी तरफ एक वास्तविक और आश्वस्त मुस्कान के साथ देखती हूँ। ये मुझे स्वयं के प्रति चिंता को दूर करने में मदद करता है। आप कैसा महसूस करते हैं जब आप किसी के प्रति अपने को खिंचता हुआ महसूस करते हैं। वास्तव में इस से बड़ा फर्क पड़ता है और अंततः या तो आप आकर्षित होगें या पीछे हटेंगें। इसलिए मुस्कुराना हमेशा याद रखें, अजनबियों को भी मुस्कुरा कर देखें, क्योंकि लोग इसे सकारात्मकता से लेते हैं और उनकी प्रतिक्रिया भी सकात्मक ही होती है। इसलिए हम नकारात्मकता से नीचे जाने की बजाय सकारात्मकता से आगे बढ़ सकते है।
आपको जैसा लगता है, कि समस्या आपके शरीर के साथ है, जबकि ऐसा नहीं है। क्या आपने कभी महसूस किया है, कि आपका शरीर आप से कितना प्यार करता है? ये हमेशा के लिए आप को जिंदा रखने की कोशिश करता है। ये सांस लेता है, आपको स्वस्थ्य रखता है और आपकी रक्षा करता है। आपके लिए यह वापस अपने शरीर को प्यार करने का समय है, अपने शरीर के बारे में सकारात्मक बातें सोचें और सभी नकारात्मक आत्म-चिंतन पर रोक लगाएं। खुशियां आपके लिए आकार-विशिष्ट नहीं होतीं, ख़ुशी के लिए आप जो हासिल करना चाहते हैं उसकी बजाय अपने शरीर के साथ खुश रह सकते हैं।
शादी के बुरे अनुभव और प्रसव के बाद मैंने अपने शरीर पर ध्यान देना बिलकुल छोड़ दिया था और एक दिन मेरी एक सहेली ने मुझसे पूछा कि अंतिम बार मैंने कब निर्वस्त्र हो कर स्वयं को दर्पण के सामने निहारा था? और फिर मैंने ऐसा ही किया, और आश्चर्यजनक रूप से, इसने मेरे शरीर के प्रति मेरी धारणा को बदल कर रख दिया! वास्तव में आपका शरीर आपके मन का सम्पूर्ण दर्पण है। खुद को आईने में दिखने से भिन्न दिखने कि कोशिश बंद करें। अपने आप को एक चुम्बन लेते हुए स्वयं को संबोधित करते हुए कहें- "तुस्सी ग्रेट हो"
अगर आप हाल में ही माँ बनी हैं और आपको प्रसव के बाद होने वाली शारीरिक समस्या हैं तो इस पर दुखी होने कि बजाय इस बात पर गर्व करें कि आपके शरीर ने एक दुसरी ज़िन्दगी को जन्म दिया है। शुरुआत में ये थोड़ मुश्किल होगा, लेकिन धीरे-धीरे अपनी नग्न छवि को अक्सर अपने जेहन में लाने के लिए मजबूर करने के बाद, जल्द ही आपको अपनी नग्न छवि देखने का यह कठिन काम आपकी आदत बन जाएगा।
आप दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत हो सकती हैं बशर्ते आप अपने आप को घृणित रूप में देखना बंद करके स्वयं से प्यार करना शुरू कर दें। आप को स्वयं को आईने में देखने से प्यार होना चाहिए और फिर आप खुद से कहें- "तुम एक रॉक स्टार हो…"
-अनुवाद: प्रकाश भूषण सिंह
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