आपको ये बात थोड़ी अजीब लग सकती है, लेकिन सच है कि कुछ छोटी-छोटी बातों को अपने जीवन में शामिल करके हमेशा तनावमुक्त और खुश रहा जा सकता है।
ऐसा सबके साथ होता है और आपके साथ भी होता होगा, कि कभी बहुत बड़ी खुशी होठों पर मुस्कुराहट नहीं दे पातीं और कभी कोई बहुत छोटी-सी खुशी भी पूरे तन-बदन में ताज़गी भर जाती है। आईये एक नज़र डालते हैं उन छोटी-छोटी बातों को जिन्हें दिनचर्या में अपना कर आपके होंठों की मुस्कुराहट भी सदा के लिए आपके पास ठहर कर जायेगी।
-सुबह अपने लिए थोड़ा समय ज़रूर निकालें ताकि आपके मस्तिष्क में अच्छे विचार आ सकें। इसके लिए आंखें बंद करके सकारात्मक भाव वाली किसी कविता या प्रर्थना का सस्वर पाठ करते हुए गहराई से उसका अर्थ समझने का प्रयास करें। इस दौरान नाक से सांस लें और उसे मुंह से बाहर निकालें। कुछ कम से कम योगा के दो आसन करें। ऐसा करने से आप दिन भर तनावमुक्त रह सकते हैं।
-कुछ दिन पहले हुई एक रिसर्च में ये तथ्य सामने आया है कि जो लोग सुबह का नाश्ता नहीं करते उनमें शारीरिक और मानसिक तनाव बहुत अधिक होता है और जो लोग सुबह नाश्ते में पौष्टिक चीज़ें जैसे स्प्राउट्स, फल, जूस आदि लेते हैं उन्हें किसी तरह के तनाव का अनुभव नहीं होता। नाश्ते में मौजूद जिंक, विटमिन सी, विटमिन बी और मैग्नेशियम आपके शरीर को तनाव के नकारात्मक असर से लड़ने की ऊर्जा देते हैं।
-अपने शारीरिक और मानसिक तनाव के लक्षणों को पहचानने की कोशिश करें कि किस स्थिति में आप स्वयं को ज़्यादा तनावग्रस्त महसूस करते हैं। जब कभी तनाव महसूस हो तो इसे दूर करने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं- जैसे, अपनी पीठ बिल्कुल सीधी रखें, पेट के निचले हिस्से को भीतर की ओर हलका सा सिकोड़ें और वापस उसी अवस्था में रहने दें। चार-पांच बार ऐसा करने से आप तनावमुक्त अनुभव करेंगे।
-कंप्यूटर पर लगातार काम करते-करते आंखें थक जाती हैं। इस समस्या से बचने के लिए कम से कम हर तीन घंटे के अंतराल पर अपनी हथेलियों से दो मिनट के लिए पलकें बंद करें और फिर धीरे-धीरे आंखें खोलें। ऐसा करने से आंखों के साथ-साथ दिमाग को भी आराम मिलता है।
-दिल खोल कर हंसना तनाव दूर करने का सबसे आसान और कारगर उपाय है। इसलिए टीवी पर गंभीर कार्यक्रमों के बजाय कोई कॉमेडी शो देखें।
-संगीत तनाव दूर करने का सबसे बेहतर ज़रिया है। इसलिए वीकएंड में न सिर्फ अपनी पसंद का संगीत सुनें, बल्कि खुद भी खुले गले गुनगुनायें। वैज्ञानिक सर्वेक्षण में ये बात सामने आ चुकी है कि गाने सुनने और गुनगुनाने से मस्तिष्क में अॉक्सिज़न का प्रवाह तेज़ गति से होता है, जिसकी मदद से शरीर और मन दोनों तनावमुक्त महसूस करते हैं।
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